एक ज़वान की अपने पिता को ढांढस बंधाता साहस एक ज़वान की अपने पिता को ढांढस बंधाता साहस
हर हिस्से में सिर्फ़ आपका नाम आया है, हमे बस आप भूल जाना। ये दिल का रिश्ता है, मरते द हर हिस्से में सिर्फ़ आपका नाम आया है, हमे बस आप भूल जाना। ये दिल का रिश्ता ...
पूर्ण आहुति देकर तन की क्या संचित कर बैठे हो, करो आत्मविश्लेषण फिर से क्या गलती कर ब पूर्ण आहुति देकर तन की क्या संचित कर बैठे हो, करो आत्मविश्लेषण फिर से क...
फिर से नई कहानी शुरू हुई हो जैसे, फिर से वो सवालों के जवाब ढूंढ़ती रही हो जैसे। फिर से नई कहानी शुरू हुई हो जैसे, फिर से वो सवालों के जवाब ढूंढ़ती रही हो जैस...
डर लगता है मुझे डर नहीं दिखने से डर लगता है मुझे डर को न छूने से ! डर लगता है मुझे डर नहीं दिखने से डर लगता है मुझे डर को न छूने से !
होते हैं कुछ लोग भाव विहीन होते हैं होते हैं कुछ लोग जो रोते हैं न हंसते हैंं होते हैं कुछ लोग भाव विहीन होते हैं होते हैं कुछ लोग जो रोते हैं न ...